महाराष्ट्र सरकार ने बेटियों को आत्मनिर्भर और शिक्षित बनाने के उद्देश्य से एक बड़ी पहल की शुरुआत की है, जिसका नाम है लेक लाडकी योजना। यह योजना गरीब और कमजोर वर्ग की बालिकाओं को आर्थिक सहयोग देने के साथ-साथ समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच को भी बढ़ावा देती है। योजना का उद्देश्य बेटी के जन्म से लेकर 18 वर्ष की उम्र तक उसके विकास और पढ़ाई में सहायता देना है।
₹1,01,000 की आर्थिक मदद किश्तों में मिलेगी
इस योजना के अंतर्गत सरकार कुल ₹1,01,000 की वित्तीय सहायता प्रदान करेगी। यह राशि बेटी के जन्म से लेकर 18 वर्ष की आयु तक विभिन्न चरणों में दी जाएगी। प्रत्येक चरण में दी जाने वाली राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में DBT के माध्यम से ट्रांसफर की जाएगी, ताकि यह राशि वास्तव में बेटी के पालन-पोषण और शिक्षा में काम आ सके।
लेक लाडकी योजना के तहत मिलने वाली राशि
लेक लाडकी योजना के अंतर्गत बेटियों को कुल ₹1,01,000 की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा विभिन्न चरणों में प्रदान की जाएगी। इस राशि का भुगतान पांच अलग-अलग चरणों में होगा, जिससे बेटी के जीवन के अहम पड़ावों पर उसे आर्थिक सहारा मिल सके। योजना की शुरुआत बेटी के जन्म के समय ₹5,000 की पहली किस्त से होती है। इसके बाद जब बच्ची पहली कक्षा में प्रवेश करती है, तो ₹4,000 की दूसरी किस्त दी जाती है।
जैसे ही वह छठी कक्षा में पहुंचती है, उसे ₹6,000 की तीसरी किस्त का लाभ मिलता है। इसके बाद 11वीं कक्षा में प्रवेश पर सरकार ₹8,000 की चौथी किस्त जारी करती है। अंत में, जब बेटी 18 वर्ष की आयु पूरी कर लेती है, तो उसे एकमुश्त ₹75,000 की अंतिम और सबसे बड़ी किस्त प्रदान की जाती है। इस तरह बेटी को शिक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए कुल ₹1,01,000 की सहायता दी जाती है।
शिक्षा और सामाजिक सोच दोनों को मिलेगा बल
लेक लाडकी योजना सिर्फ आर्थिक सहयोग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज में बेटियों के प्रति सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे बालिकाओं की पढ़ाई का स्तर सुधरेगा और उनके माता-पिता को यह महसूस होगा कि सरकार उनके साथ खड़ी है। यह योजना बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास है।
किन परिवारों को मिलेगा योजना का लाभ?
इस योजना का लाभ केवल महाराष्ट्र राज्य की स्थायी निवासी बेटियों को मिलेगा जिनका जन्म भी राज्य में ही हुआ हो। लाभ लेने वाले परिवार का नाम बीपीएल श्रेणी में होना अनिवार्य है और उनके पास पीला या नारंगी राशन कार्ड होना चाहिए। साथ ही, परिवार का कोई भी सदस्य न तो सरकारी नौकरी में होना चाहिए और न ही आयकर दाता होना चाहिए।
एक परिवार को मिलेगी एक बेटी को योजना का लाभ
लेक लाडकी योजना की एक महत्वपूर्ण शर्त यह है कि एक परिवार में केवल एक ही बेटी को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसके लिए लाभार्थी के नाम से एक सक्रिय बैंक खाता होना चाहिए, जिसमें DBT सुविधा चालू हो। इससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि योजना का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से दिया जा रहा है।
दस्तावेजों की होगी जरूरत आवेदन के समय
इस योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी को बेटी का जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता और बेटी के आधार कार्ड, बीपीएल राशन कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक की कॉपी और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे दस्तावेज जमा कराने होंगे। यह सभी दस्तावेज आवेदन के समय अपलोड या प्रस्तुत करने होंगे।
आवेदन प्रक्रिया जल्द होगी शुरू
फिलहाल सरकार ने योजना की घोषणा की है और इसके अंतर्गत अभी आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं हुई है। जैसे ही योजना का पोर्टल आधिकारिक रूप से लाइव किया जाएगा, लाभार्थी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आवेदन कर सकेंगे। इसके लिए सबसे पहले MAHA DBT या महाराष्ट्र सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
आवेदन के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया होगी सरल
योजना के पोर्टल पर जाकर “Lek Ladki Yojana Apply Online” लिंक पर क्लिक करके आवेदन फॉर्म भरना होगा। इसमें बेटी की व्यक्तिगत जानकारी, बैंक डिटेल्स, शिक्षा से संबंधित जानकारी और जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे। सभी जानकारी जांचने के बाद फॉर्म सबमिट करना होगा। आवेदन पूरा होने के बाद आवेदक को एक acknowledgment नंबर प्राप्त होगा, जिसे भविष्य में ट्रैकिंग के लिए सुरक्षित रखना जरूरी होगा।